कोविड-19 को लेकर लॉकडाउन में शिक्षण संस्थान को सरकार की ओर से अगले आदेश तक बंद किया गया है। बच्चों की पढ़ाई में कोई कठिनाई न हो को लेकर ऑनलाइन के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। वही सभी स्कूलों के प्रबंधकों को यह भी बताया गया है कि कोई भी स्कूल अभिभावकों से कोई स्कूल फीस देने का दबाव नही बनायेंगे। परंतु चित्तरंजन के कॉन्वेंट स्कूल में स्कूल की ओर से लगातार अभिभावकों के मोबाइल पर शुल्क जमा करने के लिए मैसेज भेज कर कहा जा रहा था, जिससे अभिभावक काफी परेशान थे।
अभिभावाकों का कहना था कि फी बुक में टयुशन फी के अलावे विद्यालय मेटनेंस, पुस्तकालय, गेमस एंड स्पोर्टस, बिजली, करीकुलम, परीक्षा, भवन रिपेयर एंड मेंटनेंस, डेवलेपमेंट फंड, पहचान पत्र, एसएमएस, स्कूल एप आदि की फीस मांगी गयी है। जिन स्कूल संसाधनों की फीस मांगी जा रही है, उसका उपयोग अभी लॉकडाउन में बच्चे नहीं कर रहे हैं।
अभिभावनो ने कहा कि विद्यालय के द्वारा ऑनलाइन जूम तथा डोजो एप से बच्चों को टास्क दिये जा रहे है। ये दोनों मोबाइल एप नि:शुल्क हैं। इसमें सौ से ज्यादा लोग एक साथ मीटिंग नहीं कर सकते हैं। जिस कारण सभी बच्चों के ऑनलाइन क्लास में ना तो टीचर की सही से आवाज मिल पाता है और ना उनकी तस्वीर दिखाई पड़ती है।
जिसके बाद शुक्रवार को अभिभावकों ने एकजुटता दिखाते हुए सैकड़ों की संख्या में विद्यालय पहुंच, विद्यालय शुल्क के विरोध को लेकर स्कूल को घेरा। ऐसे में विद्यालय शुल्क देने के लिए अभिभावकों पर जोर दिया जा रहा था। जिसमें अभिभावकों ने इसका विरोध किया। जिसके बाद विद्यालय के प्राचार्य अभिभावकों के समक्ष आकर अभिभावकों के बातों को सुना। जिसमें प्राचार्य ने कहा कि अभिभावकों के शुल्क की समस्या को आगे तक पहुंचाया जाएगा।
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