कर्मियों के कमी से मरीजों का इलाज और सैंपल जाँच हो रहे है प्रभावित
झारखंड में राेज काेराेना के सैकड़ाें मरीज मिल रहे हैं। सरकार ने जांच की रफ्तार बढ़ा दी है। लेकिन मैनपावर की कमी के कारण जांच की पेंडिंग लगातार बढ़ती जा रही है। सिर्फ रिम्स में ही 2500 और इटकी आराेग्यशाला में 4000 सैंपलाें की जांच पेंडिंग में है। पारा मेडिकल कर्मचारियाें की हड़ताल से जांच की स्थिति और भी चरमरा गई है। राज्य के जिला अस्पतालाें में राेजाना करीब 8000 सैंपलिंग हाे रही थी, जाे हड़ताल के कारण घटकर 5000 पर पहुंच गई है। काेडरमा, लातेहार में ताे सैंपलिंग लगभग ठप ही हाे गई है।
इसे देखते हुए सरकार अब एक्शन में आ गई है। स्वास्थ्य सचिव डाॅ. नितिन कुलकर्णी ने गुरुवार काे सभी डीसी काे आदेश दिया कि हड़ताली कर्मचारी काम पर न लाैटें ताे उन्हें बर्खास्त कर नई नियुक्ति करें। उन पर एफआईआर भी दर्ज कराएं। क्याेंकि काेराेना काल में हड़ताल जायज नहीं है। सरकार उनकी कई मांगाें पर विचार कर रही है। झारखंड राज्य अनुबंधित पारा मेडिकल कर्मचारी संघ के नवीन कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह 10:30 बजे संघ की स्वास्थ्य सचिव के साथ वार्ता हाेगी। इसके बाद ही काेई फैसला हाेगा।
हड़ताल तुड़वाने के लिए स्वास्थ्य सचिव से मेडिकल कर्मियों की आज होगी बातचीत :
सरकार के निर्देश के बाद कई जिलाें के डीसी ने हड़तालियों काे काम पर लाैटने का नाेटिस जारी किया है। खूंटी डीसी ने कहा है कि अगर 7 अगस्त तक काम पर नहीं लाैटे ताे आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 56, 57 और 65 के तहत बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी।
इटकी से 2000 सैंपल पैथ काइंड लैब और प. बंगाल भेजे गए :
इटकी आराेग्यशाला के एक अधिकारी ने बताया कि दाे दिन पहले स्वास्थ्य विभाग की बैठक में जांच बढ़ाने काे कहा गया था। फिर पेंडिंग मामलाें काे देखते हुए 2000 सैंपल जांच के लिए पैथ काइंड लैब और प. बंगाल भेज दिया गया। जांच पर करीब 45 लाख रुपए का खर्च आएगा। उन्हाेंने बताया कि इटकी में 30 टेक्निशियन थे, 12-12 घंटे काम कर रहे थे। इनमें 10 टेक्निशियन आउटसाेर्सिंग पर थे, जाे हड़ताल पर हैं। सिविल सर्जन डाॅ. विजय प्रसाद बिहारी ने बताया कि इटकी आराेग्यशाला के अधीक्षक के संक्रमित हाेने से जांच रुक गई थी, जिससे हजाराें सैंपल पेंडिंग हाे गया। उन सैंपलाें काे दूसरे जिलाें में भेजा गया है।
कर्मचारी संघ भी अड़ा, मांगें नहीं माने जाने तक हड़ताल जारी रहेगी :
राज्य अनुबंधित पारा मेडिकल कर्मचारी संघ ने कहा कि वे लाेग इस आदेश से डरने वाले नहीं हैं। उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो हड़ताल जारी रहेगी। इसी बीच प्रधान सचिव से वार्ता के बाद झारखंड एएनएम-जीएनएम संघ की मीरा कुमारी ने हड़ताल में शामिल नहीं होने की बात कही।
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